राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर व राष्ट्रीय संगठन मंत्री आशीष चौहान ने की शिरकत
शिमला
सुनील उपाध्याय एजुकेशनल ट्रस्ट शिमला द्वारा आज शिमला के गेयटी सभागार में स्वर्गीय सुनील उपाध्याय की पुण्यतिथि के उपलक्ष्य पर संगोष्ठी स्वाधीनता के 75 वर्ष का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्यातिथि राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर राज्यपाल हिमाचल प्रदेश, विशिष्ट अतिथि आशीष चौहान, राष्ट्रीय संगठन मंत्री अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, कार्यक्रम के अध्यक्ष सुरेश भारद्वाज, शहरी विकास मंत्री मौजूद रहे।
कार्यक्रम अध्यक्ष सुरेश भारद्वाज ने सुनील उपाध्याय एजुकेशनल ट्रस्ट द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की और उन्होंने कहा कि इसी प्रकार ट्रस्ट आगे भी समाज हित में कार्य करता रहें। उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के इतिहास एवं सुनील उपाध्याय के द्वारा हिमाचल प्रदेश में किस प्रकार कार्य को आगे बढ़ाया कि संक्षिप्त में जानकारी दी। इसके अतिरिक्त उन्होंने विद्यार्थी परिषद के इतिहास एवं अपना अनुभव साझा किया।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि आशीष चौहान ने अपने संबोधन भाषण में सुनील उपाध्याय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सुनील ने हिमाचल प्रदेश में अभाविप को एक नई दिशा देने में सबसे बडा़ योगदान रहा है। विद्यार्थी परिषद का प्रत्येक कार्यकर्ता उनके पदचिन्हों का अनुसरण करते हुए अपने अपने महाविद्यालयों में कार्य करता है। आशीष चौहान ने स्वतंत्रता के 75 वर्ष पर अपने विचार साझा किए।
कार्यक्रम के मुख्यातिथि राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने सुनील उपाध्याय एजुकेशनल ट्रस्ट के कार्यों तथा वर्तमान में ट्रस्ट द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों की सराहना की। अपने वक्तव्य में उन्होंने सुनील उपाध्याय को श्रद्धांजलि अर्पित की।
ट्रस्ट के सचिव डा. सुरेश शर्मा ने जानकारी देते हुए कहा कि प्रत्येक वर्ष सुनील उपाध्याय एजुकेशनल ट्रस्ट स्वर्गीय सुनील उपाध्याय की पुण्यतिथि पर संगोष्ठी एवं रक्तदान शिविर का आयोजन करता है। इस वर्ष भी ट्रस्ट द्वारा स्वतंत्रता के 75 वर्ष पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया, इसके साथ देश को आजाद करने के लिए जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में अपनी भूमिका निभाई थी वैसे कैप्टन राम सिंह ठाकुर, डंडु राम, दया चन्द, हीरा सिंह ठाकुर, शंकर दास धीमान, देवी राम जी, सालिग राम को सम्मानित किया गया।